a short motivational story 2016 latest

एक गुंडा शेविंग और
हेयर कटिंग कराने के लिये
सैलून में गया.
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नाई से बोला -”अ गर मेरी
शेविंग ठीक से से बिना कटे
छंटे की तो मुहमाँगा दाम दूँगा !
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अगर कहीं भी कट गया तो
गर्दन उड़ा दूंगा !”
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नाई ने डर के मारे मना कर दिया.
गुंडा शहर के दूसरे नाइयों के पास गया और वही बात कही.
लेकिन सभी नाईयो ने डर के
मारे मना कर दिया.
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अंत में वो गुंडा एक गाँव के
नाई के पास पहुँचा.
वह काफी कम उम्र का लड़का था.
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उसने कहा – “ठीक है,
बैठो मैं बनाता हूँ”.
उस लड़के ने काफी बढ़िया
तरीके से गुंडे की शेविंग
और हेयर कटिंग कर दी.
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गुंडे ने खुश होकर लड़के
को दस हजार रूपये दिए.
और पूछा – “तुझे अपनी
जान जाने का डर नहीं था क्या ?”
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लड़के ने कहा – “डर ? डर
कैसा...?
पहल तो मेरे हाथ में थी…”.
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गुंडे ने कहा – “‘पहल तुम्हारे
हाथ में थी’ .. मैं मतलब नहीँ
समझा ?”
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लड़के ने हँसते हुये कहा –:
“भाईसाहब,
उस्तरा तो मेरे
हाथ में था…
अगर आपको खरोंच भी
लगती तो आपकी गर्दन
तुरंत काट देता !!!”
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बेचारा गुंडा ! यह जवाब
सुनकर पसीने से लथपथ हो
गया।
Moral : जिन्दगी के हर मोड
पर खतरो से खेलना पडता है
नही खेलोगे तो कुछ नही कर
पाओगे
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यानि
डर के आगे ही जीत है...
बेच सको तो बेच के दीखाओ
अपने अहंकार (Ego) को
OLX पर.,
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एक रुपया भी नहीं मिलेगा  
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