काश मै तुम्हे देखूं जब तुम कपडे उतारो जो डाले थे तार पे सूखने के लिए. double meaning and non veg jokes 2016

काश मै
तुम्हे देखूं
जब तुम
कपडे उतारो

















जो डाले थे
तार पे
सूखने के लिए












और तुम
अपने हाथ में
पकड़ो मेरा



















हाथ और कहो ,
मैंने तुम्हारे लिए
खोली हुयी है अपनी



















बाहें




अब तो ले लो मेरी
















हर ख़ुशी







और मुझे दे दो अपना














हर गम















फिर मै खोलूं
धीरे से तुम्हारी















आँखें













और कहूँ
देखो कितना
बड़ा है मेरा

















दिल










फिर मै तुम्हारी
टाँगे उठाउ
और डाल दूँ अपना



























लण्ड


मिल गयी शान्ति ....
मिला ना
तुम्हे जो चाहिए वो..
तुम जैसे हरामखोरों की
वजह से रोमांटिक मैसेज की माँ चुद जाती है ?
Saaale hrmkhor lwndo
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